मुंबई सपनो का शहर, एक मायानगरी।रोज़ देख अगर मां बाबा को मालुम हुआ न, उनकी राजकुमारियां यहां, ये कर रही है तो वे हमे बेतखल कर डालेंगी, एक ख़ूबसूरत सी 18 से 19 साल की कमसिन हसीना, जिस्ने ब्लैक ट्रांसपेरेंट टॉप और ब्लैक ब्लू जींस पहना हुआ था, उनसे घबराई लहज़े में कहा।Shut up सरगम किसी को मालूम नहीं होगा, एक सफा चलते हैं न, promise I will never drink, बस एक दफा क्लब जाने का इरादा है, कितनी मुश्किल से तो लखनऊ से बाहर आएं है हम, तू तो हमारी प्यारी बहन है न, ये थी रोज़ उर्फ हुनर श्रीवस्तव।सांवला