मिश्रा जी : नही बेटा .... मैं नहीं चाहता हूं कोई मजबूरी में खुद को पा कर शादी का फैसला ले ।कल हॉस्टल चली जायेगी ।तब तक रूचि अमित के लिए स्पेशल चाय लेकर आ जाती है ।।।अमित अपने फोन के तरफ देख रहा था ....रूचि : अब मेरे हाथ की चाय पीने के बाद , तुम क्या तुम्हारा भूत भी मुझसे शादी करने के बारे में सोचने से डरेगा मन ही मन मुस्कुराते हुए बोली ।अमित रूचि की आहट को महसूस कर चुका था कि वो चाय लेकर आ गई है .....लेकिन पता नहीं क्यों अपनी पलकें उठा कर