यूवी की बाते सुन कर गीतिका बोलती है, मैं भला क्यों डरने लगी तुम से, और तुम न अपना दिमाग ज्यादा मत चलाओ, और जाओ किसी को बुला कर लाओ, ताकि मेरा पैर ठीक कर दे ।तब यूवी बोलता है, तुम बेहरी हो, तुम्हे सुनाई नहीं देता है क्या, अभी काकी ने क्या बोला था, की घर में कोई भी नहीं है, हा चौकीदार होगा, उसे बुला कर ले आऊ, तुम्हारे पैर की मालिश के लिए ।ये सुनते ही गीतिका यूवी को गुस्से से देखने लगती है और बोलती है, तो फिर क्या मैं यू ही बैठी रहु । तब यूवी