गोमती, तुम बहती रहना - 8

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       अपनी  ज़िंदगी इन दिनों पारिवारिक और सामाजिक कोलाहल से दूर होती जा रही है और शांत समुद्री लहरों के समान बहती जा रही है | न रुके और ना ही थके |समुद्र की बात आई तो याद आ गई अभी कुछ दिनों पहले 13 से18 नवंबर 2024 तक सम्पन्न हुई  अपनी बाली (इंडोनेशिया)की रोमांचक  यात्रा | आई.आर.सी.टी.सी.  द्वारा आयोजित इस यात्रा में मेरी पत्नी मीना और बड़ी बहन विजया उपाध्याय के साथ एक पारिवारिक मित्र मंजू जैन भी थीं  ।हालांकि इस यात्रा की थकान अभी उतरी नहीं है फिर भी ‘कमिटमेंट’ तो पूरा करना ही है इसलिए