कहानी में अब तक हमने देखा की लूसी को बाबा ने राशियों में जकड़ लिया था और फिर उसने वो सारी सच्चाई बताई जिस से लूसी बिलकुल अंजान थी। उसके वजूद को वो आज अच्छी तरह जान पाई लेकिन साथ ही असली माता पिता के कत्ल और फिर बाबा की शैतानी मंसूबों पर बेतहाशा गुस्से और जज़्बात में उबलने लगी। उसने बहुत कोशिश की खुद को आज़ाद करने की लेकिन बाबा ने उसके सर पर ज़ोर दार डंडा मार कर बेहोश कर दिया। कुएं में गिरे रोवन ने खुद को एक तहखाने जैसे सुरंग में पाया जहां का नज़ारा मन को