अपराध ही अपराध - भाग 51

  • 1.2k
  • 1
  • 624

अध्याय 51   पिछला सारांश:  कृष्णा राज का लड़का कहकर टू व्हीलर मैकेनिक संतोष को नकली बेटा बनाकर, दामोदरन के लड़के विवेक ने भेजा। सच्चाई मालूम नहीं होने से संतोष को अपना लड़का समझ कर उसकी आने की बहुत धूमधाम तैयारी कृष्णा राज और उसकी बेटी कार्तिका ने कर दी। संतोष की पत्नी सुमति को यह बात पसंद ना होने के कारण बार-बार वह अपने पति को समझाती रही। परंतु संतोष ने उसकी कोई बात नहीं सुनी।  संतोष से बार-बार फोन पर बात करके वह उसके कहे अनुसार नाटक कर रहा है क्या? मालूम करता रहा विवेक। संतोष को लेकर