अध्याय 49 पिछला सारांश: ‘कार्तिका इंडस्ट्रीज संस्थापक के कृष्णा राज के गुमशुदा लड़का, सफाई कर्मचारी के घर में संतोष के नाम से पल रहा लड़का, अब उसकी शादी होकर उसके दो बच्चों बाप बन गया था। इस बात को कृष्णराज को धनराज ने बताया। इसे सुन कर दोनों बड़े खुश हुए। दूसरे दिन सवेरे 10:00 बजे कृष्णा राज के घर पर आने के बारे में संतोष ने कह दिया। इस बात को कृष्णा राज के विरोधी दामोदरन के लड़के विवेक को संतोष ने बताया। ‘इस समाचार को कृष्णा राज के विरोधी दामोदरन के लड़के विवेक को बताते ही उसने