अपराध ही अपराध - भाग 37

अध्याय 37 पिछला सारांश: विवेक ने अपने अप्पा से, धनंजयन ने उसको दिए धमकी के बारे में बताया। दामोदरन ने बताया कि उन्होंने ही धनंजयन को तीसरा असाइनमेंट पूरा न कर पाए, इसीलिए उन्होंने रामकृष्णन के लड़के से धनंजयन की अक्का से शादी करने के लिए उनके ब्रोकर को भेजा था। ब्रोकर के कहे अनुसार उनको लड़की देखने के लिए आने को धनंजयन ने कह दिया। घर आए रामकृष्णन को मलेशिया से फोन आया। रामकृष्णन के कानून के विरुद्ध जो काम कर रहे थे, उसके लिए उन्होंने वहां के एजेंट को पुलिस ने पकड़ लिया। इसको सुनकर रामकृष्णन सदमे में