नक़ल या अक्ल - 67

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67 बीमार   अब इंस्पेक्टर ने निहाल को घूरते  हुए कहा कि “क्यों रे !! तुझे ज़्यादा  चर्बी  चढ़ी  थीं।“ उसने कोई ज़वाब  नहीं दिया पर इंस्पेक्टर ने सबको देखते हुए बोलना ज़ारी रखा, “वैसे तुम सब लोग इंस्पेक्टर बनने की तैयारी कर रहें हो और हरकते तुम्हारी गुंडों जैसी है, इससे अच्छा तो वापिस अपने गॉंव  जाओ, और खेतीबाड़ी देखो। अब सबने मुँह नीचे कर लिया। “अपने माँ बाप को फ़ोन करकर बुलाओ, अभी के अभी ।“ यह सुनकर सबको मानो जैसे साँप  सूंघ गया। निहाल ने हाथ  जोड़कर कहा,   सर, माता पिता को मत बुलाए, अगली बार