साथिया - 112

(65)
  • 3.2k
  • 1.8k

मनु चेहरे पर खुशी के साथ-साथ एक एक शर्मीली   मुस्कान भी आ गई। वह अभी कमरे को  देख ही  रही थी कि तभी  नील ने  पीछे से आकर उसे अपनी बाहों में ले लिया और उसके कंधे पर सिर टिका  अपने हाथों को उसकी वैली  पर रख लिया। "तो यह हर समय लड़ने झगड़ने वाली लड़की भी शर्माती है...!! और सच बताऊँ ना तो शर्माती  हुई बड़ी ही प्यारी लगती है।" नील ने कहा तो मनु के चेहरे की लालिमा और भी  गहरी  हो गई। "यह पल ही कुछ ऐसे होते हैं कि हर किसी की पलके खुद का खुद झुक जाती