65--- रात डेढ़ बजे फ़्लाइट थी, घर से दो गाडियाँ चलीं जबकि एक गाड़ी में सब आ सकते थे| दीना और रेशमा ड्राइवर के साथ आशी का सामान लेकर निकले और मनु से उन्होंने कहा कि वह आशी को लेकर एयरपोर्ट पहुँचे| मनु को एक तरफ़ बुलाकर उन्होंने कहा; “थोड़ा जल्दी निकल जाओ मनु, रास्ते में रुक जाना, कुछ रिफ्रेशमेंट ले लेना---न हो तो कुछ सॉफ़्ट ड्रिंक या कॉफ़ी ही ले लेना---”इसके पीछे यही तो था दोनों को किसी तरह अकेले बैठने का समय मिल सके लेकिन यह सब संभव था क्या?यदि होता तो घर में या कहीं भी उन