इश्क दा मारा - 17

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तब यूवी बोलता है, बातो को घुमाओ मत, सीधी तरह से बताओ की कोन हो और यहां पर क्या कर रही हो ।तब गीतिका बोलती है, मैं वही लड़की हू जिसे तुमने सुबह उस गुंडे से बचाया था, और मेरी वजह से तुम्हे गोली खानी पड़ी ।तब यूवी बोलता है, सुबह गई बात गई, मगर तुम यहां पर क्या करने आई हो ????तब गितिका बोलती है, मैं तुम्हे देखने आई हू की तुम अब कैसे हो और तुम्हे थैंक्स भी बोलने आई हू ।तब यूवी बोलता है, मुझे तुम्हारे थैंक्स की कोई जरूरत नहीं है, और तुम पागल हो क्या जो इतनी