एहसास ए लफ़ज़

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1 एतबार इतना तो है हमे उन पर,खुश तो वो भी नही होंगे रुला के हमे,, ---------अंजू ----------- अब क्या क्या मांगू तुझ से ए खुदा ,दो गज जमी भी चाहिए मुझे दो गज कफ़न के बाद,, 2 कुछ ना भी कहूं तो भी ,इल्ज़ाम मुझ पर ही आता है, ---------अंजू ---------- 3 एक शक्स भटक रहा है ना जाने कब से,अपने ही खो जाने के इश्तिहार लिए,, ---------अंजू --------- 4ना किया कर मुझे यूं नज़रअंदाज सनम,गर हम ने किया नज़रअंदाज़ तो जी नही पाओगे, ---------- अंजू ---------- 5 वक्त बेवक्त याद आते हो तुम,सुनो क्यों इतना सताते हो तुम,