हिंदी एव राष्ट्रीय चेतना

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हिंदी एव राष्ट्रीय चेतना---1-हिंदी कविताओं में राष्ट्रीय भक्ति भवना--राष्ट्रीय चेतना प्रेम एव राष्ट्रिय भावना ही राष्ट्रीयता कहलाती है राष्ट्रीयता प्रभाव शाली राष्ट्रीयता का भाव है राष्ट्रीयता का सीधा संबंध जड़ भूमि से न होकर संस्कृति सभ्यता एव धर्म के प्रति गौरव देश की सामाजिक धार्मिक और राजनीतिक सुधार के प्रति सतत प्रयत्नशील वह राष्ट्रीय भावना है जो प्रवाहित एव प्रस्फुटित होती है।राष्ट्रीय भवना, सभ्यता ,संस्कृति ,बलिदान रंगभेद ,जातिगत भेद भवना राष्ट्रीयता के लिये देश अथवा राज्य का इकाई के रूप में होना आवश्यक है यह बात अलग है कि समय समय पर देश की सीमाएं घटती बढ़ती रहती है एव