कैसे कितने सांप मिले कैसे कितनी सीढ़ियां

  • 2.7k
  • 972

मेरे पाठकों , मैं इस समय अपनी उम्र की सत्तरवीं सीढ़ी पर पहुँच चुका हूँ | अब सब कुछ समेटने का समय आ चला है तो उन सभी का शुक्रिया अदा करना भी अपना धर्म बनता है जिन कुछ लोगों ने मुझे सांप बनकर काटना चाहा ...(और इससे मुझे बच निकलने की सीख मिली ) .तो कुछ ने सीढियों की तरह कभी सहारा बनकर माँ की थपकियों जैसी थपकियाँ देकर दुलराया , सांत्वना दिया कि संकट क्षणिक आपदा होती है उससे डरो नहीं उसका सामना करो , पिता की तरह हमेशा अच्छी राह दिखाई , भाई की तरह टूटने के