बवाल - फिल्म समीक्षा

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फ़िल्म 'बवाल' रिव्यूज़ पति पत्नी जीवन वाया द्वितीय विश्व युद्ध नीलम कुलश्रेष्ठ मॉरल ऑफ़ द स्टोरी --हीरोइन जाह्नवी कपूर का अंत का वाक्य --''हम सब हिटलर जैसे हैं जो हमारे पास है उससे ख़ुश नहीं हैं लेकिन जो हमारे पास नहीं है उसे पाना चाहते हैं।'' दरअसल ये सूक्ति वाक्य अंत में मुझे लिखना चाहिए लेकिन फ़िल्म का आधार ही ये है ,चाहे वे इस फ़िल्म के हीरो लखनऊ के अध्यापक अज्जू भैया ऊर्फ़ अजय दीक्षित हों या हिटलर .अज्जू भैया पश्चिम भारत की भाषा में टपोरी हैं। उत्तर प्रदेश की भाषा में लपाड़िया यानी खूब हांकने वाले जो नहीं हैं ऐसी इमेज बनाकर जीने वाले। टीचर ऐसे हैं कि जिस