रक्षा जब पांच बरस की थी, तब वह अपने नाना नानी के घर गई थी इसलिए आठ बरस की रक्षा को अब नाना नानी के बारे में कुछ भी याद नहीं था।इसलिए विद्यालय की गर्मियों की छुट्टी में नाना नानी से मिलने कि उसे हद से ज्यादा खुशी थी। नाना नानी के घर जाने से एक दिन पहले वह अपनी सबसे अच्छी सहेली रागिनी के घर उससे मिलने जाती है। रागिनी की मम्मी रक्षा रागिनी की आपस में नाना नानी के घर जाने की बात सुनकर रक्षा से कहती है कि "रक्षा नानी के घर जा रही हो, तो नानी