"अरे, तू चिंता क्यों करता है?? मैं हुं ना तेरे साथ। मेरे होते तुझे कोई हाथ भी नहीं लगा सकता" संयम ने अपने दोस्त को कहा। उसका दोस्त काफी कमजोर और डरपोक था। उसका सब मजाक उड़ाते थे। बबलू और उसके दोस्तों का ग्रुप तो उसको बहुत बुली भी करता था। उसके परिवार में भी इसकी स्थिति कोई बेहतर न थी। सौतेली माँ गाहे-बगाहे काम के लिए दौड़ाती थी, न करने पर खाना नहीं मिलता था। भूखे पेट सोना उसके लिए काफी मुश्किल था। उसे याद आता था, जब दो साल पहले वो 7 साल का था, तब एक दिन