अबोध बालक -आनन्द विश्वास कबीर का घर स्कूल से थोड़ी ही दूरी पर है। वह अक्सर अपने साथियों के साथ पैदल ही या कभी-कभी साइकिल से स्कूल आया-जाया करता है। और जब कभी पापा के पास समय होता तो वे स्कूटर या कार से उसे स्कूल छोड़ देते और आते समय वह पैदल ही अपने साथियों के साथ वापस आ जाता। शाम को कबीर स्कूल के मैदान में फुटबॉल खेलने जाता, वह स्कूल की टीम में भी खेलता। शाम को कबीर के स्कूल में पी.टी. सर अपनी देख-रेख में सभी खिलाड़ियों को खिलाते और प्रशिक्षण भी देते। कबीर का यह