प्रेम का कमल - 2

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यूँ तो ठाकुर परिवार की सुबह हमेशा की तरह होती थी पर आज की सुबह कुछ ख़ास थी आज इस घर के चश्मों चिराग अपनी दो बहनों के एक लौते भाई और अपने माता पिता के लाडले बेटे नीरज का जन्मदिन था। आज ठाकुर मेंशन फूलों और लाइट से सजा हुआ था और किसी राज दरबार से कम नही लग रहा था माँ ने गले मे नौ लखा हार गले मे पहना हुआ था माथे पर चमकदार बिन्दी और बदन पर लाल सफेद साड़ी पेहने वो किसी रहज माता से कम नही लग रही थी। वह हाथ मे पूजा की