ये कहानी भी हमारे ही शहर जमशेदपुर की | मुझे पुरी तरह से तो नही पता | की कहानी क्या है | फिर भी मै जितना भी जानता हुँ | आपको बताऊँगा जरुर | ये घटना मैंनें उन्हीं लोगों से सुना है | जो नदी किनारे रहतें है | ईस बात में कितनी सच्चाई है | मुझे तो नहीं पता | पर कुछ एैसी घटना है | जिस्से मैं अच्छी तरह से परिचित हुँ | और ये सभी चिजें मुझे मानने को मजबुर करती है | की हो न हो ये कहानी एक सत्य घटना पर आधारित है | बात तब की