आत्मिकी आम आदमी की -यह आम आदमी की आत्म कथा है .संसार रूपी जाल में बंद व्यक्ति भगवान के अनुदानों को न तो देख पाता है और न ही महसूस कर पाता है.जबतक उस पर सद्गुरु की कृपा नहीं होती .