आपने गज़लें और शायरीया तो बहुत सुनी होंगी पर उन मैं से गुलजार साहेब की बहुत गज़लें और शायरीया दिल को छु लेने वाली है. मै आपके सामने गुलज़ार साहेब की शायरीया लेके आ रहा हु और उसमे मे अपने शब्दों से रंग भरने कोशिश रहा हुं.सायद आपको पसन्द् आये.. कुछ सब्द मेरी कलम से " मिलने अरसा हो गया है, सायद इसलिए "दिल " तुमसे उदास हो गया है !! जब भी दिल उदास होता है जब भी दिल उदास होता है