तेरी आरजु, तेरी ईबादत, तेरा ही खयाल है। महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का मलाल है।l तेरी चाहत, तेरी जुस्तजू, तेरा ही इंतजार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का कमाल है ll तेरी खुशी, तेरी पसंद, तेरा ही सरोकार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का जबाव है ll तेरी यादे, तेरी मरज़ी, तेरा ही कारोबार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का बबाल है ll तेरी बाते, तेरी रातें, तेरा ही हवालात है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का लगाम है || १२-१२-२०२१ ------------------------------------------------ हर इंसान को ख़ुद का आसमाँ चाहिएं