प्रणाम, मेरा नाम आकांक्षा है। कभी कभी हमारे जीवन में हम अनजाने में वो कर बैठते हैं जो हम कभी नहीं चाहते थे। में भी कुछ ऐसा कर बैठी। मैं हमेशा से डरपोक रही हूं। भूत प्रेत से बचने के लिए प्रयोग करती रहती थी। बात तबके है जब मैं पढ़ाई कर रही थी। मैं बिहार में रहने वाली हूं। पिताजी खेती करते थे। उच्च शिक्षा के लिए मैं मुंबई आ गई। वहां किराए पे एक खाली मकान लिया था। सस्ते में मिल गया। अब मैं वही कॉलेज जाया करती। एक बार मैं एक लाइब्रेरी में गई। वहां बहुत अच्छी