मेरे हाइकु प्रयास हाइकु, कविता का सबसे छोटा स्वरुप । मात्र सत्रह वर्णों में कहनी पूरी बात, बिम्ब के साथ । सीखने का यह प्रथम प्रयास । सत्रह वर्णों के पांच-सात-पांच का अनुशासन तो पूरा किया है किन्तु बिम्ब रचना में बहुत कुछ शेष है । सीखने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आप की प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा है । सन्दर्भ विषय: प्रकृति, धरती (1) जेठ बरसे, सावन सूखा बीते। धरा चिन्तित। #पर्यावरण (2) घेरा सूरज, लहर का साहस। नई कहानी। #समुद्र_का_सौंदर्य (3) सोने का थाल, आसमान में उगा। नैना हर्षित।