प्रायश्चित - भाग-17

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अपने परिवार को एक बार फिर से जुड़ा हुआ और खुशहाल देख, दिनेश की मां अब काफी खुश रहने लगी थी। जिसका असर उनकी सेहत पर भी दिख रहा था। धीरे धीरे उनके स्वास्थ्य में भी सुधार होने लगा था। दिनेश और शिवानी में मां को दिखाने के लिए ही सही अब थोड़ी बहुत बातचीत होने लगी थी। मां की सुधरती हालत देखकर दोनों को ही अपने निर्णय पर संतोष था। लेकिन वह कहते हैं ना कि जब व्यक्ति इस संसार से विदा लेने वाला होता है तो उसकी सारी बीमारियां कट जाती है। ईश्वर भी अपने पास बुलाने से