आयुष, कहां है यार! बंगले में घुसते ही हर्ष ने आयुष को आवाज दी; तभी आयुष की मां आई, अरे,हर्ष बेटा तुम, नमस्ते!आण्टी कहां है नवाब साहब अभी तक तैयार नहीं हुए, मुझसे बोला था तू ठीक time पर आ जइओ, लेकिन अभी खुद ही तैयार नहीं हुआ,आण्टी कहां है अपना hero! हर्ष बोला। अब मैं क्या जानूं,उसका तो तुझे पता है कि जल्दी कुछ बनता ही नहीं है, अभी थोड़ी देर पहले mall से लौटा है, पता बीस हजार का सूट लेकर आया है, शादी में पहनने के लिए, बोला दोस्त की शादी है,सारे सूट पुराने हो चुके है।