ए मेरे वतन के लोगों ..... 

  • 5.9k
  • 1
  • 1.4k

ए मेरे वतन के लोगों ..... हमारे पोपटलाल जी वैसे तो देशभक्त है लेकिन स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर उनकी देशभक्ति चरम पर पहुंच जाती है । उस पर जैसे ही लता जी '' ए मेरे वतन के लोगों ..... "की आलाप लगाती है ;पोपटलाल का मन कुछ कर गुजरने को होने लगता है । पोपटलाल को यह भी समझ में आ गया कि वे कितने भी बड़े राष्ट्रभक्त हों यदि उनका खून सीमा पर नहीं बहा तो सब बेकार है । पहले पहल तो सीमा याने सरहद पर जाने हेतु अपनी पत्नी सीमा से