भिखारी संघ सड़क के किनारे बैठे कुछ भिखारियों में से एक को यह ख़्याल आया कि आजकल हर वर्ग का अपना संघ है जैसे व्यापारी संघ ,कर्मचारी संघ और मजदूर संघ आदि तो क्यों न भिखारियों का एक संगठन बनाया जाए ; ऐसे ही छोटे-छोटे विचार बड़ी-बड़ी क्रांतियों को जन्म देते है । हमारा नायक याने विचारवान भिखारी तो बस जुट गया अपने विचार को अमली जामा पहनाने में । कुछ समय बाद ...... इस विचार को आगे बढाने के लिए भिखारियों का एक सम्मेलन बुलाया गया । इस सम्मेलन में देश-विदेश के अनेकों भिखरियों ने