छात्र-छात्राओं द्वारा आत्मघाती कदम

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आलेख छात्र-छात्राओं द्वारा आत्मघाती कदम उठाने के कारण तथा रोकने (समाधान) के उपाय। वेदराम प्रजापति ‘मनमस्त’ यह विषय, वर्तमान परिवेश का भयावह संवाद लेकर, नई दिशा की खोज की अपेक्षा रखता है यह एक ऐसी आवाज है जो हमारे चारों तरफ पसरे बदरंग को ऑंकती है। हमारे सामने संक्रमण का दौर, जो राष्ट्र की अस्मिता पर प्रश्न चिन्ह खडा करता है, भयानक आक्रान्ता के वेश में खडा हैं। इस भयावी दौर को रोकने के लिए-लगता है कोई महाशून्य से हमें आवाज दे रहा है, निदान खोजने को। हम हैं जो ऑंख, कान