एक तिलचिट्टा था जिसे पैदा होते ही बता दिया गया था कि एक दिन उसे मार डाला जाएगा. क्योंकि तिलचिट्टों के दुश्मन हजार होते हैं और सभी तिलचिट्टे एक न एक दिन मार दिए जाते हैं. तिलचिट्टा जब थोड़ा बड़ा हुआ तो उसने पाया कि उसे चेतावनी देने वाले खुद कहीं गायब हो गए है. शायद उन्हें भी किसी ने मार डाला था.इससे तिलचिट्टा घबरा गया और बेहद डरा-डरा रहने लगा. उसे बात-बात पर अपने मारे जाने की चिंता सताती और वह रोने लगता तथा घंटों तक रोता रहता.ऐसे ही एक दिन जब वह रो रहा था, सामने से एक गोल-मटोल चूहां