केबीएल पांडे के गीत संधि पत्र अंधकार के साथ जिन्होंने संधि पत्र लिखिए खुशी से उन्हें सूर्य के संघर्षों का कोई क्या महत्व समझाएं मेले संदर्भों पर जीवित यह ऐसी आधुनिक शिक्षाएं मोहक मुखपृष्ठ पर जैसे अपराधों की सत्य कथाएं सबके सिर पर धर्म ग्रंथ है सबके शब्दों में हैं सपने किस न्यायालय में अब कोई झूठ शक्ति का न्याय कराएं अंधकार के साथ प्रश्न लौट आते अनाथ से कहीं नहीं मिलता अपनापन अपने साथ ही रूप घरों में खोया सा लगता हर दर्पण अलग-अलग आलाप रे रहे जहां बेसुरे कंठ जीतकर उस महफिल में सरगम की मर्यादा