मीता एक लड़की के संघर्ष की कहानी - अध्याय - 5

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अध्याय-5ट्रेन से उतरकर सुबोध ने पहले पेंईग गेस्ट वाले घर जाने का फैसला किया क्योंकि रहने का इंतजाम करना आवश्यक था इसलिए उसने तय किए गए घर की ओर रूख किया।हैलो आंटी। जी बोलिए।वो आपसे पेंईग गेस्ट के सिलसिले में बात हुई थी। क्या नाम है आपका ?जी मीता के नाम से बात किया था।अच्छा हाँ हाँ। आपने बात तो किया था। अंदर आईये। बैठिए।जी आंटी। सुबोध बोला।देखिए यहाँ पर तीन रूम है एक-एक रूम में दो-दो लड़कियाँ रहती हैं। अभी फिलहाल 5 लड़कियाँ है। एक रूम में एक ही लड़की है वही आप रह सकती है।और खाने की क्या व्यवस्था है