"कोई तो बचाओ मुझे, कोई तो मदत करो मेरी, क्यों मारना चाहते हो मुझे, छोड दो मुझे, मुझे जीना हैं, छोड दो मुझे" ये सपना देखते हुए मैं माँ केहते हुए चिल्लाकर उठी. मेरी आवाज सुनकर माँ दौडती हूई चली आ गई. माँ ने पूछा, क्या हुआ नेहा. क्या फिर से वही सपना देखा तुने? माँ को देखकर झट से उनके गोद में सर रखकर रोने लगी और मैंने कहा माँ वो सपना मैंने फिरसे देखा. कोई औरत दौड रही हैं. केह रही हैं उसे जीना हैं. लेकिन कुछ लोगों को उसे मार डालना चाहते हैं.माँ को