मुझे याद रखना - 6

(11)
  • 8.2k
  • 2.3k

मैं - पर बाबा इस सब में मैं कैसे फंस गया मैं अभी तक नहीं समझ पा रहा हूँ। धारा, आख्या और विश्वास राव इन सब से मेरा क्या नाता?महात्मा जी - बेटा तुम इतने अधीर क्यों हो रहे हो? सब्र रखो सब सच जान जाओगे। मैं - बाबा आगे क्या हुआ? बाबा ने कहा मैं अधीर न बनू पर उस चुड़ैल के दर्शन अब तक इतनी बार हो गए थे कि मैं अधीर बन ही गया। महात्मा जी - धारा और आख्या की मौत के बाद विश्वास राव ने बमुश्किल खुद को संभाला और डायनों से गाँव वालों को