जो घर फूंके अपना - 12 - मेरे सपनों की रानी, तू न आई, तो अब मैं ही आता हूँ

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जो घर फूंके अपना 12 मेरे सपनों की रानी, तू न आई, तो अब मैं ही आता हूँ सैद्धांतिक रूप से विवाह करने की हामी मुझसे लेने के बाद पिता जी ने भांप लिया कि मैं यह काम उनके जिम्मे नहीं छोड़ना चाहता था. अतः जीजा जी को इसकी ज़िम्मेदारी सौंप दी गई. जीजा जी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में अधिकारी थे अतः विशेष कार्यव्यस्तता के सताये हुए नहीं थे. भारत की जड़ें खोद देने के लिए सरकार के पी डब्ल्यू डी और नहर विभाग आदि ही काफी थे. पुरातत्व विभाग के पास कहीं नयी खुदाई करने के लिए कोई बजट