शौर्य गाथाएँ - 11

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शौर्य गाथाएँ शशि पाधा (11) विदाई शादी के बाद प्रभा जब पहली बार सैनिक छावनी में अपने पति कैप्टेन हर पाल के साथ आई थी तो सैनिक परिवारों की रीत के अनुसार सब से पहले अन्य अधिकारियों की पत्नियाँ उस नई नवेली दुल्हन को मेरे घर ही लाई थीं उस छावनी के सर्वोच्च अधिकारी की पत्नी होने के नाते मेरा यह दायित्व भी था कि हर नई दुल्हन का स्वागत मैं अपने घर में ऐसे ही करूँ जैसे एक ससुराल में आने पर सासू माँ करती है अत: शगुन, गीत, चुहल, मिठाई भेंट, शरारत आदि का ऐसा वातावरण बना