रात और दिन की संधि

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If there are images in this attachment, they will not be displayed. Download the original attachmentसीमा असीम की कवितायें ०९५५७९२९३६५ संग्रह की कवितायेँ अँधेरी रात में सोचती हूँअँधियाराहाँ मैं जानती हूँतुम आओगे याद आयेअल्हड नदी प्यार में !!एक शाम गुलाबी और सलेटी सी वे आने वाले ही होंगे याद करती हूँ लहू के संग !!कुछ शब्दअनकहीमौनइंतज़ार रब का आसमां और भी हैं बुनती रहती है प्रेम में होना या प्रेम करनानीर बहाया नैनों नेएक लकीर तुम ही बताओ हमेहम होते हैं प्यार में गुलाबनेह की डोरतेरा जहाँ आवाद रहेतुम्हारी बेचेनियाँ खामोशियों इतना प्यारा ऋतुराजमन को छू जाये ख्वाब अक्सर