जिन्नात की दुल्हन-7

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लेकिन प्रेम कहानी तो ईस हादसे से पहेले शूरू हो चूकिथी! जिसका जराभी अंदेशे से गुलशन की माँ अलिप्त थी! वैशाखी हवाओ का तपता हवामान शरीर को जला रहा था! गरमी का मोसम उसके लिए हमेशां त्रासदायक था! शहेरो के मुकाबले गांव का विकास मंद है फिरभी गांव बडे बडे कस्बो मे बदल रहे थे! गुलशन को उसने पहेली बार कोलेज मे देखा था!