Quotes by Kandarp in Bitesapp read free

Kandarp

Kandarp Matrubharti Verified

@kandarp175630
(13)

जमाने का चलन सीखा,किया कुछ इस तरह हमने
जुबाँ को ही जहर अब कर दिया मैंने।

-कंदर्प

Kandarp लिखित कहानी "चौथा नक्षत्र - 8" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19925223/choutha-nakshatra-8

चौथा नक्षत्र को लोकप्रिय बनाने के लिए सभी पाठक मित्रो का धन्यवाद।

Kandarp लिखित कहानी "चौथा नक्षत्र - 8" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19925223/choutha-nakshatra-8

Kandarp लिखित कहानी "चौथा नक्षत्र - 7" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19925159/choutha-nakshatra-7

प्यार बहोत था हम दोनो में,फितरत इंसानी थी
दिल की बातें भी लेकिन कब दिल ने मानी थी।

-कंदर्प

Kandarp लिखित कहानी "चौथा नक्षत्र - 7" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19925159/choutha-nakshatra-7

भीगी सीली यादों को ,फिर आज निकाला है हमने।
तुमने भी आज वहाँ यादों को तह तो लगाई होगी ।

-कंदर्प

दुनियादारी क्या जानू मैं,
मैंने बस तुमसे इश्क किया है।
जब जब देखा तुमको मैंने,
सजदे में सर को झुका लिया है ।

-कंदर्प

Read More

Kandarp लिखित कहानी "चौथा नक्षत्र - 6" मातृभारती पर फ़्री में पढ़ें
https://www.matrubharti.com/book/19925072/choutha-nakshatra-6