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When you think that It's end or It's over, that time something will be start for you. End is not end. It is full stop (.) before new start..... #AP
Your strongest muscle and worst enemy is your mind. Train it well.:-)
मुझको तेरी अस्ति छू गई ------------------ मुझको तेरी अस्ति छू गई है अब न भार से विथकित होती हूँ अब न ताप से विगलित होती हूँ अब न शाप से विचलित होती हूँ जैसे सब स्वीकार बन गया हो। मुझको तेरी अस्ति छू गई है। पर्वत का हित मुझको जड़ न बनाता प्रकृति हृदय का तम न मुझको ढँक पाता आज उदधि का ज्वार न मुझे डुबोता जैसे सब शृंगार बन गया हो। मुझको तेरी अस्ति छू गई है। दरिद्रता का यह मतवाला नर्तन पीड़ाओं का उसमें आशिष-वर्षन तेरी चितवन का जो मूक प्रदर्शन तेरी मुख-अनुहार बन गया हो। मुझको तेरी अस्ति छू गई है
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