सुबह को शाम लिख दे तो कविता है
बहुत आराम लिख दे तो कविता है
भूलना मत कभी भी तुम उधार के पैसे
नमक हराम लिख दे तो कविता है

विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं❤
ज्योति प्रकाश राय
भदोही, उत्तर प्रदेश

English Story by Jyoti Prakash Rai : 111923268

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