अगर तुम न होते तो गजल कौन कहता,
तुम्हारे चहेरे को कमल कौन कहता,
यह तो करिश्मा है मोहब्बत का
वरना पत्थर को ताजमहल कौन कहता

Hindi Thought by Kaushalya : 111866272
vi wazir 1 year ago

ताज...शाहजहाँ के लिए मुमताज उतना ही महत्वपूर्ण थी जितना उसके सिर पर ताज। इन पत्थरों को हमने मोहब्बत से खुरेदा है, कमाल तो आपकी मोहब्बत का है, वरना इन पत्थरों को कोन पहेचानता....

vi wazir 1 year ago

वाह....🥰

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