#मेरे जीवनसाथी
मेरे जीवनसाथी ये साथ क्यों छोड़ दिया
बीच रास्ते में मुझे तन्हां क्यो छोड़ दिया
ढूँढती है निगाहें हर दम तुझीको
मेरा नूरे चाँद कहाँ छिप गया

-Vaishnav

Hindi Shayri by Vaishnav : 111795410

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