आए हैं गणपति महाराज,
करने को पूर्ण अधूरे कार्य,
सब की बिगड़ी बनाने आज,
स्वर्णिम पीले वस्त्र पहनाकर,
माथे सिंदूर तिलक लगाकर,
पान और दुर्वा उन्हे चढ़ा कर,
मोदक का उन्हें भोग लगाकर,
ज्ञान बुद्धि का दान हमें देकर
मन की मंशा पूर्ण करेंगे
गणपति खुशियों से संसार भरेंगे।
-Neerja Pandey