तु आगे चल ......
तु आगे चल मुसाफिर
तु आगे चल ।
बैठे ना रहेना मेहनत करना,
फिर हर मुश्किल जाएगी टल,
मुसाफिर तु आगे चल ।
रखना खबर तु पलपल ,
सुबहका सूरज शामको जाएगा ढल,
आज है गम तो....
मिलेगी खुशियां कल,
मुसाफिर तु आगे चल ।
ना करना तु किसी से छल,
सबको पिलाना अमृत जल,
आज है तु पीछे तो क्या हुआ?
अभी तो बाकी है कल!
मुसाफिर तु आगे चल ।
Zankhna........
-Daxa Parmar Zankhna.