आग धधकती रहनी चाहिए दिलों में सभी के,,
भावना बदले की रहनी चाहिए दिलो में सभी के।
तेरे तलवारों में जंग लग जायेगी बोल कब तक,।
कुरुक्षेत्र बनती रहनी चाहिए दिलो में सभी के ।
बड़े खुश लग रहे हो लेकर फूल गुलाब का,,।
भूल गए रोया था भारत या फिर बस वो ख्वाब था,,।
बीज देशभक्ति की पनपती रहनी चाहिए दिलो में सभी के।
कैसे सोई होगी मां जिसका लाल अमर हुआ,,।
कितना तड़पा होगा पत्ती से अलग शज़र हुआ,,।
ज्वाला भभकती रहनी चाहिए दिलो में सभी के।
बहुत खुश था एक आंगन में खिलखिलाता परिवार
हुआ था पुलवामा घटना रोया था पूरा भारत संसार
आंसू सूखने नही चाहिए आंखों से सभी के।
आग जलती रहनी चाहिए दिलो में सभी के ।।
शैल गोरखपुर से