एकौ वृक्ष लगाय न पायो ,
जौन लगे रहे सब काट गिरायो ।
नई - नई बीमारी आयी ,
काव बताई ।
हम तुमहूं से धोखा खाएन ,
जस कूकुर बिल्ली के बच्चा खाितर वैसे हम तुमका पाएन ।
ठहरयो चोर - चोर मौसेरे भाई ,
काव बताई ।
सारा दिन फेसबुक चलावव ,
दुई दुन्नी चार बताय न पावव ।
कौन मेर तोहरे मती समाई ,
काव बताई ।
बिना प्रेस किहे कपड़ा न तोहरे देही पर रुकि पावे ,
बिन पॉलिश वाले जूता के कहाँ से फैशन बिन पावे ।
कहा से शाहरुख़ खान क जैसन जींस लाई ,
काव बताई ।
फेरन लवली क्रीम लगावव ,
दबंग और जय हो कई गाना गावव ।
कहाँ से हम तोहका खाितर पैसा लाई ,
काव बताई ।
रचयिता -अर्चित पाठक