अस्वाभाविक मृत्यु पर
आनन-फानन दी गई
भव्य श्रद्धांजलि सभाओं में
फूल चढ़ाते, शीश नवाते
अस्पष्ट सा कुछ बुदबुदाते
माननीयों को गौर से देखो
इनमें बहुतेरे ऐसे हैं
जो अगर चाह लेते तो
तो मृतक अभी कई बरस और
जीवित रह सकता था।
बड़ी सफाई से इसे
अस्वाभाविक मृत्यु कहा जाता है
जबकि यह सुनियोजित हत्या है
जिनमें शातिर हत्यारा ही
श्रद्धांजलि आयोजनकर्ता भी होता है
काश! मृतक पहले ही
हो गया होता अलर्ट।।।।